अडानी का Q4 result
Adani Wilmar भारत के अडानी समूह तथा सिंगापुर में स्थित wilmer international के बीच का एक संयुक्त वेंचर है। Adani Wilmar ने वित्त वर्ष 2022 के मार्च महीने के समाप्त तीसरे माह के लिये, यानी की 2 May 2022 को अपने परिणाम घोषित कर चुकी है। अडानी का q4 result
संस्थानों द्वारा इस महीने जारी किया गया परिणामों के हिसाब से संस्थान के कंसोलिडेटेड मुनाफा पर साल के आधार में 25.6% की भारी गिरावट देखी गई है और यह कंपनी द्वारा दर्ज की गई तीसरे माह के परिणाम है।
जिसमें चौथे तिमाही के हिसाब से 234.3 करोड़ रूपय का भाव मुनाफे के तौर पर देखा गया है। भारतीय अर्थव्यवस्था में भागीदार ये कंपनी दो देशों के बीच का एक संयुक्त वेंचर है। सिंगापुर में स्थित कंपनी विल्मर भारत के कंपनी अडानी के साथ मिलकर काम करती है और अपने कारोबार को बढ़ाती है। Adani Wilmar quarter 4 Result
Adani Wilmar नामक ये खाद्य तेल वाली खास दिग्गज कंपनी ने मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में अपने तिमाही परिणाम के कार्यों के द्वारा अपने मौजूदा आय में साल के आधार पर यह कंपनी 40.2% की वृद्धि दर्ज कर चुकी है।
कंपनी द्वारा घोषित किए गए परिणामों के अनुसार यह देखा गया है कि कंपनी ने इस साल कंसोलिडेट आय द्वारा अपने चौथे तिमाही पर 14960.4 करोड़ रुपय की कमाई की है। हालांकि इसके बावजूद भी कंपनी के शेयरों में लगातार कई बार गिरावट देखी गई है।
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वैश्विक स्तर पर सनफ्लावर तेल के कीमत पर जो उछाल देखी गई है और बढ़ाए गए टैक्स के दामों की वजह से तीसरे महीने में जो ज्यादा खर्च हुआ है, उसकी वजह से मुनाफे होने के बावजूद भी शेयर मार्केट में इनके भाव पर भारी गिरावट देखी गई है।
अडानी विल्मर के द्वारा लिस्टेड की गई इस कंपनी के शेयर को शेयर मार्केट में लिस्ट की गई प्राइस से भी कम भाव में लिस्ट किया गया था। हालांकि एनएसई और बीएसई में कम भाव में लिस्ट होने के बावजूद इसमें 6% की उछाल देखी गई थी।
इस साल वार्षिक आधार में वित्त वर्षीय 2022 के चौथे तिमाही पर Adani Wilmar का टैक्स का खर्च ₹80 करोड़ रुपए दर्ज किया गया।
कंपनी के शेयर में कंसोलिडेटेड होकर मजबूती के भाव में मौजूदा आधार पर कंपनी में 40.3% की बढ़ोतरी हुई जो लगभग 14726.7 करोड़ रुपए कंपनी का मुनाफा ग्रोथ रेट के हिसाब से काफी बड़ी मानी जाती है।
कंपनी के बढ़ोतरी दर के हिसाब से कंपनी द्वारा किए गए कुल खर्च को जिसमें कच्चे मालों का खपत भी जोड़ दिया जाए तो वार्षिक आधार पर कंपनी ने 40% की वृद्धि पाई जाती है। कंपनी द्वारा चल रहे सभी वेंचर में अन्य के मुकाबले इनके खर्चों में 26% तक का वृद्धि हुआ है।
Angshu Mallik जो इस कंपनी के प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने कहा है
कि हमारी संस्था एफएमसीजी सेक्टर में दो डिजीट का ग्रोथ हासिल कर चुकी है और आगे भी हम बाजार में अपने हिस्सेदारी को और भी बढ़ता हुआ देखेंगे और यह विकास जारी रहेगा। अंगसु मल्लिक का यह भी कहना है
कि कंपनी द्वारा खाद्य के सेक्टर में प्राकृतिक बढ़ोतरी के अवसरों को और साथ ही उनके लिए एक रणनीतिक निवेश की भी तलाश कर रही है जो आगे चलकर कंपनी के लिए फायदेमंद साबित होगें।
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अडानी विल्मर इंटरप्राइजेज के मुताबिक उपभोक्ताओं के द्वारा वस्तुओं का पोर्टफोलियो पर उत्पादन की क्षमता बढ़ी हुई कीमत की वजह से भारी मंदी देखी जा रही है।
कंपनी का दावा है कि ग्रामीण इलाकों में जहां बाजार के लिए विकास का कार्य कठिन होता है खासकर उन जगहों पर जहां महंगाई ने काफी भारी असर डाला है।
जिसके वजह से कंपनी द्वारा उन क्षेत्रों में सप्लाई कम हुई और लिहाजा कंपनी के शेयरों में गिरावट और मंदी का असर झेलना पड़ा है।
वित्त साल 2022 को चौथे तीमाही पर इस समय कंपनी का आयतन वार्षिक आधार पर 16% के वृद्धि के साथ लगभग 13 लाख टन के हो गए हैं।
अडानी विल्मर ने अपने ऑपरेशन के जरिए मुनाफे में अपने तीसरे माही के आधार पर 500 करोड़ रुपए का लाभ कमाया है जिसकी वजह से शेयर में 30% की बढ़ोतरी हुई है।
अडानी विल्मर की कंपनी एफएमसीजी सेक्टर की समान ग्रुप वाले कंपनियों के मुकाबले इस वर्ष ज्यादा मुनाफा कमाने के बावजूद भी काफी पीछे हो गई है जिसका नतीजा उसके शेयरों में गिरावट के तौर पर देखा गया है।