Hdfc Bank News Today in hindi
Hdfc bank news today in hindi दुनिया भर के अब तक के सबसे बड़े विलय या कॉर्पोरेट विलय के इतिहास में अब भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एक प्राइवेट बैंक के साथ जुड़ने जा रही है।
एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) नामक भारत की हाउसिंग फाइनेंस कंपनी का विलय HDFC नामक भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट बैंक के साथ होने जा रहा है।
एक्सपर्ट का मानना है कि भारत में इन दोनों कंपनियों के विलय या जुड़ाव से कंपनी के शेयरों में काफी तेजी आने वाली है।
एक जानकारी के मुताबिक एचडीएफसी बैंक ने एचडीएफसी होल्डिंग्स लिमिटेड (HDFC Holdings Limited) और एचडीएफसी इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड (HDFC Investments Limited) के साथ होने वाले विलय को पूरी तरह से आधिकारिक तौर पर मंजूरी दे दी है।
विलय से दोनों कंपनियों के शेयर में हुई बढ़ोतरी
इन कंपनियों के विलय के बाद एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank में एचडीएफसी लिमिटेड(HDFC Limited) की लगभग 41 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी हो सकती है। जानकारी के लिए बता दें
कि यह विलय बैंक को ना केवल अपने मौजूदा सभी ग्राहक आधार को बढ़ाने में मददगार साबित होगा बल्कि बैंक द्वारा दिए जा रहे होम लोन पोर्टफोलियो को मजबूत बनाने में भी काफी मदद करेगा।
विलय की इस घोषणा के तुरंत बाद ही एचडीएफसी बैंक के सभी शेयरों में करीब 14.4 प्रतिशत तक की तेजी देखी गई जबकि इसी विलय के साथ एचडीएफसी लिमिटेड(HDFC Limited) कंपनी में करीब 19.6 प्रतिशत की तेजी आ गई।
इस विलय के बारे में कंपनी का क्या है कहना
एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के विलय की घोषणा के बाद एचडीएफसी के अध्यक्ष दीपक पारेख ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में विलय के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में बैंकों और एनबीएफसी (NBFC) के लिए नियमित रूप से हो रहे परिवर्तन के कारण ही इस विलय को आसान बना गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि दीपक पारेख ने यह भी कहा कि विलय पिछले तीन सप्ताह से चल रहा था और विलय के कारण एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) के किसी भी कर्मचारियों पर किसी भी प्रकार का असर नहीं पड़ेगा।
विलय के बाद, एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) के जितने भी शेयर धारक हैं, उन्हें एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) के 25 शेयरों के लिए एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) द्वारा 42 शेयर (प्रत्येक ₹1 का अंकित मूल्य) मिलेंगे।
विलय के वित्तीय वर्ष 2024 तक की दूसरी या तीसरी तिमाही तक पूरा होने की काफी उम्मीद है।
2,000 रुपये रखा गया है इसका टारगेट प्राइस
ब्रोकरेज हाउस के मोतीलाल ओसवाल ने इस बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के जितने भी मार्जिन प्रक्षेपवक्र हैं, उनमें वित्त वर्ष 2013 में धीरे-धीरे सुधार हो सकता है,
जबकि रिटेल लोन बढ़ भी सकता है। रिटेल जमा भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहा है। बैंक के अपने CASA अनुपात में 48% तक का सुधार देखा गया है।
बता दें कि मोतीलाल ओसवाल ने एचडीएफसी बैंक स्टॉक पर अपनी खरीद की रेटिंग बनाए रखी है तथा टारगेट प्राइस 2,000 रुपए प्रति शेयर दिया गया है।
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का शेयर अभी 1,642 रुपये पर है और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के शेयर को भी आसानी से खरीदा जा सकता है। इसके मुताबिक अभी दांव लगाने पर किसी को भी 21.8% का फायदा हो सकता है।
मार्केट कैप में TCS रह गया पीछे
मर्जर के बाद एचडीएफसी मार्केट में टीसीएस को भी पीछे छोड़ दिया। शायद विलय के बाद यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी बन सकती है। बता दें कि जितने भी वित्तीय दिग्गज हैं
उनके बीच विलय की घोषणा के बाद एचडीएफसी बाजार वैल्यूएशन 13.54 प्रतिशत बढ़कर 5 लाख करोड़ रुपये (5,05,725.10 करोड़ रुपये) में सबसे ऊपर पहुंच गया था और लगभग 2,782.70 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) 9.82 फीसदी की तेजी के साथ 1,654.25 रुपये पर कारोबार कर रहा था। प्राइवेट बैंक में एम-कैप 9 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जबकि मार्केट कैप में टीसीएस 13 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
इसलिए मार्केट कैप में एचडीएफसी ग्रुप की कंपनियों के विलय के बाद टीसीएस से ज्यादा हो गया है।