दिल्ली में दिन प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि होती जा रही है। जानकारी के लिए बता दें कि एक तरफ जहां पेट्रोल की कीमत 80 पैसे प्रति लीटर से बढ़कर 97.81 रुपये प्रति लीटर हो गई है,
वहीं दूसरी तरफ डीजल की कीमत में भी 80 पैसे प्रति लीटर के हिसाब से 89.07 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि देखी गई है।
सरकारी तेल की कंपनियां प्रतिदिन तेल की कीमतों से संबंधित समीक्षा करने के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमत को निश्चित करती है और इसी कीमत पर बाजार में तेल के मूल्य घटते और बढ़ते हैं।
चार बड़े शहरों में ये है पेट्रोल और डीजल की कीमत –
बता दें कि विभिन्न तेल कंपनियां जैसे भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल आदि 6:00 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में संशोधन करते हैं
और इसके बाद ही इसकी कीमत जारी की जाती है। तो आइए जानते हैं विभिन्न शहरों में पेट्रोल और डीजल की लेटेस्ट कीमत के बारे में पूरी जानकारी, जो कुछ इस तरह से है–
- दिल्ली में पेट्रोल के कीमत की बात करें तो बता दें कि यहां प्रति लीटर पेट्रोल 97.81 रुपये है और डीजल 89.07 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रही है।
- कोलकाता जैसे महानगर में भी पेट्रोल की कीमत प्रति लीटर 107.18 रुपए और डीजल 92.22 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहे हैं।
- दिल्ली और कोलकाता ही नहीं बल्कि चेन्नई में भी पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि देखी गई है। चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 103.67 रुपए और डीजल की कीमत 93.71 रुपए प्रति लीटर है।
- मुंबई में एक तरफ जहां पेट्रोल की कीमत 112.51 रुपये प्रति लीटर है, वहीं डीजल की कीमत 96.70 रुपये प्रति लीटर तय की गई है।
डॉलर के कीमत में वृद्धि से पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में भी बढ़ोत्तरी –
इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमत डॉलर की कीमत से ही घटती और बढ़ती है। डॉलर महंगे होने पर क्रूड भी महंगे दाम पर खरीदने पड़ते हैं, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी वृद्धि होती है।
इसके बाद ही पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा पेट्रोल और डीजल की कीमतों से संबंधित समीक्षा कर निश्चित कीमत तय की जाती है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों के बढ़ने का कारण स्थानीय करों के रूप में अधिक वसूली या टैक्स भी है। कभी-कभी अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमत कम रहती है
लेकिन इसके बावजूद अन्य क्षेत्रों में उपभोक्ताओं तक आते-आते इसकी कीमत में वृद्धि देखी जाती है। इसका कारण यह है कि उपभोक्ता तक पेट्रोल और डीजल के पहुंचने तक सरकार द्वारा कई प्रकार के टैक्स लगा दिए जाते हैं।
बता दें कि पेट्रोल और डीजल की जो कीमत होती है, उसकी लगभग 55.5 प्रतिशत टैक्स पेट्रोल पर और 47.3 प्रतिशत टैक्स डीजल पर लगाए जाते हैं, जो केंद्र सरकार और राज्यों के पास भी टैक्स के रूप में जाते हैं।
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1 बैरल कच्चे तेल से ये पदार्थ होते हैं प्राप्त –
बता दें कि इंटरनेशनल स्तर पर कच्चे तेल को बैरल में मापा जाता है, जो इसकी मानक इकाई भी है। लगभग 159 लीटर क्रूड ऑयल यानी कि कच्चे तेल को 1 बैरल कहा जाता है।
क्रूड ऑयल यानी कि कच्चे तेल से सिर्फ पेट्रोल और डीजल ही नहीं बल्कि इसके साथ-साथ पैराफिन वैक्स, हवाई ईंधन और केरोसिन भी प्राप्त होते हैं।
कच्चे तेल को संशोधित करने के बाद ही पेट्रोलियम पदार्थ प्राप्त होते हैं। यदि 1 बैरल कच्चे तेल को शोधित किया जाए तो इससे 74 लीटर पेट्रोल के साथ-साथ एस्फाल्ट, 36 लीटर डीजल, 6 लीटर प्रोपेन, 20 लीटर जेट फ्यूल, 34 लीटर ब्यूटेन और सल्फर आदि प्राप्त होते हैं।
1947 ईस्वी में इतनी थी पेट्रोल की कीमत –
पेट्रोल पंप के डीलर पेट्रोल और डीजल पर एक निश्चित कमीशन प्रति लीटर के हिसाब से रखते हैं, जो पेट्रोल और डीजल की कीमतों को बढ़ाती है। इन्हीं सब कारणों से पेट्रोल और डीजल की कीमत में लगातार वृद्धि होती जा रही है।
पेट्रोल और डीजल की कीमत में आज भले ही काफी वृद्धि हो गई है और यह चर्चा का एक विषय बना हुआ है लेकिन 1947 ईस्वी में भारत की आजादी के समय इसकी कीमत जानकर आप चौक जायेंगे।
बता दें कि उस समय इसकी कीमत केवल 27 पैसे प्रति लीटर थी।